आज ही के दिन मैंने इस खूबसूरत ब्लॉग जगत में कदम रखा था।ब्लॉगिंग करने का मेरा मुख्य कारण लोगों तक अपनी विचारों को साझा करना और अपने अंदर उठ रहे तमाम सवालों को लोगों के बीच रखना।जिससे मुझे आत्म संतुष्टि मिलती है।जब मैं ब्लॉगिंग नहीं करती थी तब मुझे बहुत ही घुटन होती रहती थी जब कभी किसी का बलात्कार होता,किसी हत्या भीड़ द्वारा कर दी जाती, या किसी के साथ कोई भी अन्याय होता और मेरी रातों की नींद उड़ जाती थी मुझे चैन की नींद नहीं आती अजीब सी हलचल होती रहती थी मन में घुटन होने लगती थी। ऐसा लगता था कि मैं भी इसमें शामिल हूं क्योंकि मैं कुछ नहीं कर पा रही हूं चुप रहना मेरे लिए गुनाह करने जैसा था। इसलिए मैं अक्सर व्हाट्सएप स्टेटस पर छोटे-छोटे लेख डालती रहती थी, पर पता था कोई ज्यादा पढ़ता नहीं है किसी को फर्क नहीं पड़ने वाला।और न ही सुधार आने वाला, कुछ एक थे जो पढ़ते थे।पर मुझे फर्क नहीं पड़ता था क्योंकि मैं लिखती इसलिए थी कि मुझे अफसोस ना रहे कि मैं नहीं उतना भी नहीं किया जितना कर सकती थी।मैंने जब से लिखना शुरू किया यानी कि 2015 में ही ब्लाग जगत में कदम रख चुकी होती पर कुछ कारणवश ऐसा नहीं हो पाया।मुझे इस बात का थोड़ा अफसोस है पर देर से ही सही.....।
सुनहरे शब्द |
सुनहरे शब्द |
शुरुआत में मुझे लगता था कि कहीं बाकी सोशल मीडिया ऐप्स की तरह यहां भी सब लोग सिर्फ औपचारिकता के लिए इतनी तारीफ के पुल तो नहीं बांध रहें हैं पर जैसे-जैसे वक्त बीतता गया साफ हो गया कि यहां पर उपस्थित सभी लोग बाकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एकदम अलग है सभी के परिवार की तरह लगने लगे और यहां उपस्थित अधिकतर लोग मेरे माता- पिता के उम्र के हैं और सभी लोग मुझे माता-पिता के जैसा प्यार दे देते रहें हैं और मेरी गलतियों को सुधारने में मेरी मदद जिस तरह करते रहें हैं यशोदा दी की वो पांच लिंकों की प्रस्तुति जिसमें सभी रचनाएँ मेरे ब्लॉग से ही थी और दी की वो प्रतिक्रिया मेरा हमेशा हौसला बढ़ाती है।संगीता मैम,ज्योति दी,अनिता मैम सबने मेरी लेखनी को सुधारने में बहुत ही मदद की!ब्लॉगिंग के जरिए ही मुझे जिज्ञासा मैम मिली जिनका मायका हमारे क्षेत्र में ही है पर अगर ब्लॉगिंग न करती तो कभी नहीं जान पाती, हमेशा मेरा हौसला बढ़ाती है और आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देती रहतीं हैं। बहुत शुभचिंतक मिले मुझे।
सुनहरे शब्द |
यूं तो नहीं है कोई सगा संबंधी
यहां किसी का
पर सगे संबंधियों से भी अधिक खास है ।
किसी का प्यार मां जैसा
तो कोई पिता समान है।
कोई शुभचिंतक
तो किसी का लाड प्यार बेहिसाब है
अलग बोली, अलग भाषा
अलग-अलग शहरों में सभी का घर द्वार है।
पर सभी का व्यवहार एक समान है।
सब में अपनत्व और प्रेम बेमिसाल है।
मेरे परिवार से मिला मुझे
बहुत ही प्यार और सम्मान है।
प्यार और सम्मान के लिए सभी की
मनीषा शुक्रगुजार है।
सभी प्रिय जनों को करती प्रणाम है।
अरे वाह । सबसे पहले तो तुम्हें ब्लॉगजगत में एक वर्ष के अंदर ही सभी के दिल में अपना एक सुंदर स्थान बनाने के लिए मेरी बहुत सारी शुभकामनाएँ,बधाई और अभिनंदन ।
जवाब देंहटाएंज्वलंत विषय हों या बसंत के रंग, तुम्हारी रचनात्मकता की विविधता तुम्हारे लेखन को सार्थक बनाती है । हमेशा ऐसे ही भिन्न भिन्न विषयों पर,सुंदर सटीक लिखती रहो । लोगों को जागरूक करने के साथ साथ,सबकी प्रशंसा पाती रहो । बहुत सारा स्नेह और आशीष 💐💐
आप सभी के प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद बहुत छोटा शब्द है!
हटाएंजितना प्यार दिया है ऐसा कभी लगा ही नही कि अभी एक साल से ही जानते हैं ऐसा लगता है जैसे वर्षों से जानते हैं!
इस प्यारी सी स्नेहिल प्रतिक्रिया के लिए आपका तहेदिल से बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय मैम!🙏💜❤
ब्लॉग जगत में लेखन का एक वर्ष पूरा होने पर बहुत बहुत बधाई मनीषा जी, कितने सुंदर शब्दों में और कितनी गहराई से आपने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है। बात दिल से निकली हो तो दूसरे के दिल का द्वार खुल ही जाता है, दशकों तक इसी तरह अपनी कलम की धार को तेज करती हुई सृजन करती रहो, असीम शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंआप सबका प्यार और स्नेह ही है कि मैं ब्लॉग जगत पर अपने 1 साल पूरे कर पाई आप सभी की प्रतिक्रिया मेरे लिए मात्र प्रतिक्रिया ना थी बल्कि मुझे निरंतर लिखते रहने के लिए मिल रही उर्जा थी जिससे मुझे हमेशा लिखते रहने की प्रेरणा मिली है तहे दिल से आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रिय मैम🙏
हटाएंआपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (16-02-2022) को चर्चा मंच "भँवरा शराबी हो गया" (चर्चा अंक-4343) पर भी होगी!
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
मेरी रचना को चर्चा मंच में जगह देने के लिए आपका तहे दिल से बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सर!
हटाएंआप सभी कि मैं शुक्रगुजार हूं आप सभी ने जिस तरह 1 साल तक मेरा साथ दिया उसके लिए धन्यवाद कहना शायद बहुत ही छोटा शब्द है लेकिन फिर भी दिल की गहराइयों से बहुत-बहुत धन्यवाद🙏
प्रिय मनीषा, सबसे पहले तुम्हें ब्लॉग की पहली वर्ष की हार्दिक बधाई। ब्लॉग पर एक साल होना हमारे लिए बहुत-बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस एक साल मेंनए रिश्तों का लेखाजोखा मन को असीम आनंद से भर देता है। सच में बड़ा अनोखा है ये आभासी परिवार। यहां कोई स्वार्थनहीं। ! सुलझे हुए चिट्ठाकार अपने-अपने विचार ब्लॉग पर रखते हुए बिना किसी प्रत्याशा के लिख रहे हैं। हम चारदीवारी में सिमटे लोगों के लिए तो ये किसी वरदान से कम नहीं। सभी को इतनी ही खुशी मिलती है जितनी तुम्हें हुई। जिन लोगों को हम जानते नहीं थे या कहें कि हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे कि इतने महत्वपूर्ण लोग हमें मिल भी सकते है ,आज वे हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं। उन्हें प्यार और आभार जताना बहुत जरूरी है। उनके प्रोत्साहन ने ही हमें आगे बढ़ाया है। सबके सानिध्य में बहुत कुछ सीखा है। आज तुम्हारा लेखन ब्लॉग जगत में अपनी अलग पहचान रखता है। बेबाकी से सभी विषयों पर लेखन के साथ एक उत्तम पाठक के रूप में भी तुम अव्वल हो। ब्लॉग पर न सिर्फ़ लेखन अपितु शिष्टाचार और विनम्रता भी भी हमें लोकप्रिय बनाते है।तुमने आत्मा की अतल गहराइयों से लिखा।इन आत्मीय उद्गारों के लिए आभार तो क्या कहूं? तुम्हें lबहुत-बहुत प्यार और आशीष। यूं ही आगे बढ़ती रहो और लेखन यात्रा में नए आयाम स्थापित करती रहो। तुम्हारा लेखन अनंत रहे। मां सरस्वती की अनुकम्पा तुम्हारी लेखनी पर बनी रहे।
जवाब देंहटाएं🎂🎂🎂🎂
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यह आप सभी का प्यार और इसने ही है कि मैं एक साल तक ब्लॉग जगत में निरंतर ब्लॉगिंग करती रही।जिस तरह से आपने मेरी लेखनी में मदद की है उसके लिए मैं आपके शुक्रगुजार हूं । कभी सोचा नहीं था कि सोशल मीडिया पर इतने प्यारे लोग होते हैं क्योंकि सोशल मीडिया के लोग अक्सर एक इंसान के रूप में जाने जाते हैं जो बातों से खेलते हैं पर यहां आकर एक अलग ही रूप देखने को मिला सभी लोग इतने प्यारे हैं और खासकर आप मेरे ब्लॉक पर आपकी पहली प्रतिक्रिया ही आपकी तरफ खींच ले गई थी और आपकी एक अलग ही छवि बना गयी थी मेरे मन में!आप लोगों की वजह से मैं इस एक साल में असल जिंदगी में आयी सभी मुसीबतों का आसानी से सामना कर पाया!शायद मैं ब्लॉगिंग नहीं कर रही होती और आप लोग का साथ नहीं होता तो अब तक मैं अवसाद ग्रस्त हो चुकी होती है क्योंकि यह 1 साल जिस दौर से गुजरा है, अब तक का यह हमारे परिवार और हमारे लिए सबसे कठिनाइयों से भरा हुआ साल था लेकिन आप लोगों की वजह से मैं इन सभी कठिनाइयों से लड़ते हुए उस दौर से बाहर आ सके जिसके लिए मैं आप सभी का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगी!
हटाएंइतना सारा प्यार और स्नेह देने के लिए आपका दिल की गहराइयों से असंख्य धन्यवाद प्रिय मैम🙏
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हार्दिक बधाई स्वीकार करें प्रथम वर्षगांठ की
जवाब देंहटाएंशतायु हों
सहृदय बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय मैम
हटाएंयह दिन आप सब की वजह से ही आया है🙏
आपको बहुत बहुत शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंब्लॉग जगत के ये सब जाने माने नाम हैं जो समय समय पर प्रोत्साहित करते रहते हैं, अनुभव का खजाना है इनके पास ... ऐसे ही निरंतरता बनाए रखें ...
हृदय तल से बहुत बहुत धन्यवाद व आभार आदरणीय सर 🙏
हटाएंआपको बहुत-बहुत बधाई मनीषा जी
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद सर🙏
हटाएंबहुत-बहुत बधाई मनीषा जी।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय🙏
हटाएंब्लॉग के पहली सालगिरह की बहुत बहुत बधाई,मनीषा। तुम्हें ब्लॉग जगत में सिर्फ़ एक ही साल हुआ है। लेकिन एक साल के छोटे से समय मे तुमने ब्लॉग जगत में जो अपनी एक अलग पहचान बनाई है वो बेमिसाल है। ऐसा काम विरले ही कर पाते है।
जवाब देंहटाएंतुम जो बेबाक होकर लिखती हो, विषय की गहराई मे जाकर लिखती हो व्व काबिले तारीफ है। तुम इसी तरह आगे बढ़ती रहो और तुम जो पत्रकारिता के क्षेत्र में आना चाहती हो तो उसमें भी तुम निर्भीक पत्रकारिता एक एक उदाहरण प्रस्तुत करोगी ऐसा मुझे पूरा विश्वास है। लेखनी के साथ साथ तुम्हारा स्वास्थ्य भी बेहतर रहे यहीं शुभकामनाएं।
यह आप सभी के प्यार का ही नतीजा है कि मैं 1 साल तक निरंतर ब्लॉगिंग करती रही! मैं बेबाकी से लिखने में इसलिए सफल रही क्योंकि पढ़ने वाले थे,और मेरी बेबाकी का समर्थन करने वाले थे!
हटाएंइतना प्यार और स्नेह देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रिय दी!मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगी हमेशा निर्भीकता से लेखन करने की चाहे जो हो जाए!
दिल की गहराइयों से बहुत बहुत शुक्रिया🙏
ब्लॉग की सालगिरह पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रिय मनीषा जी।
जवाब देंहटाएंयों हीं लिखती रहो।
बहुत सारा स्नेह।
सादर
हौसला अफजाई करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रिय मैम! और हमेशा हमारे ब्लॉग पर आकर अपनी अनमोल प्रतिक्रिया देते रहने के लिए भी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद🙏😊😊
हटाएंजब एक बार पहचान मिल गई है तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखना है। अभी ऐसी बहुत-सी वर्षगांठें आएंगी, बहुत-से पड़ाव और बहुत-से मुकाम आएंगे। आपका सफ़र सुहाना हो, मानीखेज़ हो, दिलोदिमाग़ को ख़ुशी के अहसास से भर देने वाला हो; यही दुआएं देता हूँ।
जवाब देंहटाएंसहृदय बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सर🙏
हटाएंआप सबका बहुत बड़ा योगदान है मेरे लेखन में!
आपकी प्रतिक्रिया हमेशा मुझे बेबाक होकर लिखते रहने के लिए प्रेरित करती थी और करती है!
दिल की गहराइयों से असंख्य धन्यवाद 🙏🙇♀️🙌
सबसे पहले पढ़ने लिखने की ऊर्जा बनाए रखने की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंजो साधक होता है वह अपनी साधना को महत्व देता है,वह यह नहीं सोचता कि कौन क्या कह रहा है,क्या प्रतिक्रिया दे रहा है,आप अपनी सृजनात्मकता में लीन रहें,रचनात्मक ऊर्जा पैदा करती रहें बाकी सब तो आपको पढ़ेंगे ही
अच्छा लिखती है,अच्छा सोचती हैं इसके लिए खूब सारी बधाई
919893951870 यह मेरा वाट्सअप न है आप जुड़ें पोस्टर बनाता हूँ तो मित्रों को भेजता हूं,संवाद भी बनाये रखता हूँ
आप ब्लॉग में जब भी लिखे मुझे लिंक भेज दे
सादर
मेरा हौसला बढ़ाने के लिए आपका
हटाएंदिल की गहराइयों से बहुत-बहुत आभार आपका आदरणीय सर! 🙏🙏🙏🙏
चेतना की जागृति की,
जवाब देंहटाएंमनीषा तुम मशाल हो।
महाकाल के मृदंग की,
तुम अप्रतिम ताल हो।
मनवीणा की भारती की,
तुम अनहद तान हो।
तुम'स्वतंत्र आवाज़'हो,
और लेखनी की शान हो।.....
ब्लॉग के वर्षगाँठ की ढेर सारी बधाई और शुभकामना! आपकी लेखनी अद्भुत मशाल बनकर समाज के पथ को आलोकित करती रहे, यही कामना है। आप ख़ूब पढ़ें, ख़ूब लिखें और लेखन के उत्तुंगत्तम शिखर का स्पर्श करें।
आपकी प्रतिक्रिया देखकर निशब्द हूँ आदरणीय सर🙏 मैंने ऐसी प्रतिक्रिया की कल्पना तक नहीं की थी!
हटाएंआपकी बेहतरीन प्रतिक्रिया पर धन्यवाद कहना तो बहुत छोटा सा शब्द मुझे नहीं पता कि मैं आपका आभार कैसे व्यक्त करूं!
निशब्द 🙇♀️❤🙌
🙏🙏🙏
💐💐💐
बहुत बहुत बधाई मनीषा जी💐 लिखती रहिए …खुश रहिए ।बहुत सुंदर भावनात्मक पोस्ट ।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद आपका आदरणीय मैम 🙏
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