बालश्रम, बाल विवाह
और कन्या भ्रूण हत्या करते हैं ,
पर देश से प्यार बहुत करते हैं!!
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भले ही बिजली-पानी का
दुरूपयोग करते हैं,
कूड़ा रास्ते में फेकते है,
देश की सम्पत्ति को नुकसान पहुचाते ,
पर देश से प्यार बहुत करते है!!
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भले ही हमारे सरकारी कर्मचारी,
घूस लेकर
जो काम जमीन पर नही हुआ,
उसे कागज पर कर देते हैं!
भले ही गरीबों पर
कुत्ते की तरह भौकते है,
और अमीरों के सामने
कुत्ते की तरह दुम हिलाते है!
उन्हें चुपके-चुपके सारे कानून को
टोड़ने की इजाजत दे रखते हैं!
पर देश से प्यार बहुत करते हैं!!
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भले ही हमारे राजनेता
देश को लूटते रहते हैं,
रेप और हत्या पर राजनीति करते हैं!
और स्वतंत्रता दिवस पर
तिरंगे के नीचे ही सफेद झूठ बोलते है,
पर देश से प्यार बेहिसाब करते हैं!!
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भले ही हमारे युवा
यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं!
जातिवाद, धर्मवाद के नाम पर दंगे करते हैं
पर देश से प्यार बहुत करते हैं!
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भले ही हमारे पत्रकार
देश के जरूरी मुद्दों पर को नहीं उठाते हैं
और टीआरपी के लिए हद से नीचे गिर जाते हैं
पर देश से प्यार बहुत करते हैं!!
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वो क्या है कि
हमारे यहाँ कुछ लोग
देशवासियों से नहीं
सिर्फ देश शब्द से प्यार करते हैं!
और ऐसी देशभक्ति को हम सलाम करते हैं!!
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क्या कोई बता सकता है कि अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन किए बिना देश की जनता से प्यार किए बिना, हम देश से प्यार कर सकते हैं? हम एक सच्चे देशभक्त बन सकते हैं? क्या हम भारतीय कानून का पालन किए बिना सच्चे देश भक्त बन सकते हैं?मेरी नजर में तो सच्चा देशभक्त वह है जो अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी निर्वहन करता है! अर्थात एक जिम्मेदार नागरिक सच्चा देशभक्त होता है। सच कहूंं तो मैं भी अभी तक पूर्ण रूप से जिम्मेदार नागरिक नहीं बन पाई हूँ क्योंकि कभी-कभी निजी स्वार्थ के खातिर समाज और देश केे प्रति जिम्मेदारियों को न चाहते हुुए भी अनदेखा करना पड़ता हैै ! लेकिन फिर भी पूरी कोशिश कर रहीं हूँ एक जिम्मेदार नागरिक बनने की! आसान तो नहीं हैै नामुमकिन भी नहीं है! मेरे बारे में 👆यह जान कर हो सकता है कि कुछ लोगों के मन आ रहा हो कि पहले अपने गिरेबान में झाँक लेना चाहिए, फिर किसी पर उंगली उठानी चाहिए! तो साफ कर देना चाहती हूँ कि मैं किसी पर उंगली नहीं उठा रही बस इतना चाहतीं हूँ कि सब लोग देश भक्त बनने से पहले एक अच्छे नागरिक बने!
मैं आपके विचारों एवं भावनाओं से शब्दशः सहमत हूँ। एक सच्चे नागरिक के विचार एवं भाव ऐसे ही होते हैं। विगत कतिपय वर्षों से देशभक्ति को प्रदर्शन की वस्तु बना दिया गया है। होना तो वही चाहिए जो आपने कहा है - देशप्रेम को अपने कर्तव्यों का सत्यनिष्ठापूर्वक निर्वाह करके प्रदर्शित किया जाए। कर्तव्यपरायणता एवं सत्यनिष्ठा ही देशप्रेम का निकष रहे। यदि आप एक उत्तरदायी नागरिक हैं (अथवा बनने का प्रयास कर रही हैं) तो आप निश्चय ही देशभक्त हैं। इस देश को छद्म देशभक्तों की नहीं, आप जैसे वास्तविक देशभक्तों की आवश्यकता है।
जवाब देंहटाएंहां सर आप बिल्कुल सही कह रहे हैं देशभक्ति को प्रदर्शन की वस्तु बनाकर ही रख दिया गया है!अब आज की ही बात करें तो आज सब लोग अपनी देशभक्ति प्रदर्शित करने के महंगे से महंगे तिरंगे लेंगे! लेकिन शाम होते वो सड़कों पर पड़ा हुआ मिलेगा! मतलब जब तक तिरंगा न फहराया जाये तब तक तिरंगे का सम्मान उसके बाद .......
हटाएंआपका बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सर🙏
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं!
बेबाक व सटीक विवेचन
जवाब देंहटाएंआपका बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏
हटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सर!
बेहतरीन सृजन
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद 🙏
हटाएंस्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं सर🙏
सादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (15-8-21) को "आजादी का मन्त्र" (चर्चा अंक-4157) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी। आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
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कामिनी सिन्हा
हटाएंमेरी पोस्ट को चर्चा मंच में जगह देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रिय मैम 🙏
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं!
बहुत अच्छा बेहतरीन
जवाब देंहटाएंहम आम से इन्सानों कि यही है व्यथा,
कमाओं खाओं सो जाओं पुरी जिन्दगी इसी में कटती है।
अच्छे नागरिक बनने कि बात तो छोड़ ही दीजिए जनाव
कभी कोठियों के दिवारों कान लगाईगा देश भक्ति भी यहा
बिकती है।
हां सर आप बिल्कुल सही कह रहे हैं आपकी बातों से पूर्णता सहमत हूं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏
हटाएंआपको तथा आपके पूरे परिवार को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
Happy independence day
हटाएंसार्थक संदेश देती बेहतरीन पोस्ट ।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आदरणीय मैम 🙏
हटाएंस्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं!
सही सटीक , व्यंग्य तंज और संदेशात्मक अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंदेश प्रेम दिखाने के दो चार मौके आते ही हैं उसी में यथा संभव हम अपने को देश भक्त साबित करने में कसर नहीं छोड़ते , सच कहा आपने हम एक अच्छे संवेदनशील नागरिक ही बन पायें तो देश भक्ति का मार्ग अपने आप प्रसस्त होगा।
सुंदर सार्थक लेख।
आपने बिल्कुल सही पहचाना यह व्यंग ही है!
हटाएंइसे रचना कहना गलत होगा!
तहेदिल से आपका बहुत-बहुत धन्यवाद🙏
किसी भी तरह के विचार को, जिसे शब्द आकार देते हैं, मेरी समझ के अनुसार रचना कहा जा सकता है मनीषा जी😊!
हटाएंशायद आप सही कह रहे हैं सर मुझे आपके जितनी गहराई से काव्य के बारे में जानकारी नहीं है!मुझे लगा कि इसे रचना कहना वास्तविक रचनाकारों का अपमान होगा!पर आप जो कह रहे हैं वो सही आप को हम से ज्यादा अच्छे से पता है!आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर 🙏
हटाएंआपकी रचना सत्य उगलता एक दहकता हुआ शोला है मनीषा जी!... बहुत बधाई व अच्छे साहित्यिक भविष्य के लिए शुभकामना!
जवाब देंहटाएंमेरा मनोबल बढ़ाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार आदरणीय सर 🙏
हटाएंसच्चा देशभक्त वह है जो अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी निर्वहन करता है! अर्थात एक जिम्मेदार नागरिक सच्चा देशभक्त होता है। बिल्कुल सही कहा मनीषा।बहुत ही सुंदर लेख के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएंआपकी बात से पूर्णता सहमत हूं!
हटाएंआपका बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय मैम 🙏
गहरे और प्रभावी कटाक्ष।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया सर 🙏🙏🙏
हटाएंबिलकुल सही कहा है अपने। यदि प्रत्येक नागरिक अपना कार्य ईमानदारी से करे तो हमारा देश कुछ ठीक हो सकता है।
हटाएंधन्यवाद मैम🙏
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