शनिवार, जनवरी 22, 2022

अनुराग

 
यूं तो मुझसे छोटा है उम्र में, 
पर लगता है हम उम्र-सा।
मासूम है छोटे बच्चे-सा।
मासूमियत झलकती है, 
उसके बातों में।
गलती से भी न जाए गलत राह पे
बस यही चाह है इस दिल में।
कभी उदास कर जाता है, 
तो कभी मेरी उदासियों को 
मुस्कान में बदल जाता है।
लोगों को प्रभावित करने का तो
उसे तरीका नहीं आता है।
पर अपनी मासूमियत और साफ़ दिल से
वो सबका दिल जीत ले जाता है।
कहने को तो मुझसे छोटा है
पर हमेशा बड़ेभाई वाला फ़र्ज़ निभाता है।
जब जब बिना हेलमेट वो सफ़र करता है, 
तब मुझे सबसे अधिक गुस्सा आता है।
यूं तो रिश्ता जन्म से था,
पर कभी न सोचा था 
कि इतना हो जाएगा खास।
यूं तो सबके दिलों पर करता है राज।
पर मेरे लिए वो एक अकेला शख़्स है
जिसे देखने मात्र से  
मेरे लबों पर आ जाती है मुस्कान।
जिसके खातिर मैं अपने आत्मसम्मान को भी 
कुछ पल के लिए कर सकती हूँ दरकिनार।
खुशी मिलती है मुझे बहुत, 
खराब करके उसके 
सुलझे हुए काले घने बाल।
पर अब शायद ये अवसर मिलेगा नहीं 
इस बात का भी है मुझे एहसास।
कुछ मामलों में है 
अभी छोटे बच्चे-सा नादान 
तो कुछ में है चालीस के पार।
लड़ाई करने के लिए 
हर पल रहता है तैयार
सो प्यार से मैं कहती हूँ 
उसे लड़ाकू विमान।
आज भी याद है मुझे 
वो छोटा-सा अनुराग
जो बेवजह टीप मार कर मेरे सिर पर, 
करता था मुझे परेशान। 
यूंही नहीं नाम है उसका अनुराग।
इक छोटी सी चाह है इस दिल की 
कि बना रहे ये रिश्ता यूंही 
और होती रहें मीठी तकरार 
जितना सुरक्षित मैं महसूस करती हूँ 
उतना ही सुरक्षित हर लड़की महसूस करे उसके साथ।
     - मेरे छोटे भाई पर आधारित जो मुझसे दूर रहता है क्योंकि फुफेरा है पर दिल के बहुत ही करीब रहता है।

40 टिप्‍पणियां:

  1. मेरे भाई की याद दिला दी मनीषा आपने तो, जितना सुरक्षित मैं महसूस करती हूँ
    उतना ही सुरक्षित हर लड़की महसूस करे उसके साथ। वाह

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    1. भाई होते ही हैं इतने प्यारे 😍😊
      इस प्यारी सी प्रतिक्रिया के लिए आपका तहेदिल से धन्यवाद🙏

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  2. भाई को मधुर स्मृतियों में खूबसूरती से संजोया है ।

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    1. पर मेरे भाई के साथ की यादें बहुत ही खूबसूरत है जिसके आगे शायद ये कुछ भी नहीं है फिर भी शब्दों में पिरोने की कोशिश की है!धन्यवाद प्रिय मैम🙏🙏

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  3. मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए आपका दिल की गहराइयों से बहुत बहुत आभार व धन्यवाद प्रिय मैम🙏🙏
    यह रचना मात्र नहीं है यह इक एहसास इक रिश्ते की निशानी और बेस कीमती वक़्त है जिसे यादों के संदूक में सजों कर रखने चाह है!

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  4. बहुत ही रमणीय रचना, भाई बहन का प्यार होता ही बहुत खास है मनीषा जी आपको बहुत बहुत साधुवाद इस एहसास को पन्नों मे उतारने के लिए

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  5. बड़ी बहनें ऐसी ही होती है
    स्कूल के लंच ब्रेक में हो झगड़ा कोई वो बन ढ़ाल खड़ी होती है
    हो कोई परेशानी होमवर्क में वो टीचर भी बन जाती है
    जब करें शिकायत मेरी माँ बाबु जी से वो चुगलखोर सी लगती है
    बारी आती जब खाली पॉकेट कि वो SBI कि कैशियर सी दिखती है बड़ी सहज समझदार खुद को बताती कभी कभी वो माँ कि माँ भी बन जाती है।

    जैसी भी हो बड़ी होकर भी वो सच्ची दोस्त हमजोली होती है।

    उम्दा सोच है तुम्हारी जो सहेज कर रखा है उस दुर के रिश्तें को अब भी , वरना आज कुछ लोग छोड़ देते घर में जन्में साथ पले बढ़ें खुन के मजबुत रिश्तें को भी।

    सुन्दर अति सुन्दर ! शब्दों शैली अच्छी है!

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    1. रिश्ता खून का है या दूर का यह मायने नहीं रखता रिश्ते में कितना अपनापन है यह मायने रखता है! और इससी एहसास से रिश्ते हमेशा बने रहते हैं!
      धन्यवाद आदरणीय🙏

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  6. भाई बहन का प्यार छलक रहा है हर पंक्ति में, बहुत बहुत सुंदर अहसासों को समेट कर सहज सरल अभिव्यक्ति, जो सीधे हृदय तक उतरती है।
    जैसे हर बहन यही महसूस करती है आपने बहुत ही सुंदरता से भाव सृजन किया है मनीषा जी।

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    1. प्यारी सी प्रतिक्रिया के लिए आपका सहृदय धन्यवाद प्रिय मैम🙏

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  7. बड़ी ही प्यारी रचना

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  8. आदरणीया मनीषा जी, आपने अपने हम उम्र भाई अनुराग के बारे में इतनी प्यारी कविता लिखी है कि मुझे स्वयं अपनी बहन के साथ की गईं चुहलबाजियाँ याद आ गईं!
    सो प्यार से मैं कहती हूँ
    उसे लड़ाकू विमान।
    प्यारी संस्मरणात्मक कविता!--ब्रजेंद्रनाथ

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    1. आदरणीय सर आप मुझे सिर्फ मेरे नाम से संबोधित कर सकते हैं आप हमसे बड़े है आपको आदरणीया लगाने की जरूरत नहीं!
      मेरी वजह से आपको अपनी बहन के साथ की गई चुहलबाजियाँ याद आ गयी, मतलब मेरी वजह से आपके लबों पर मुस्कान आयी ये मेरे लिए बहुत खुशी की बात है😊
      मेरा भाई अनुराग सर प्यारा है कि उसके बारे में तब तक खुद ब खुद प्यारी हो ही जाती है!उसका नाम है एकदम वैसा ही स्वाभाव है!
      आपका तहेदिल से बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सर 😊🙏

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  9. बहुत ही प्यारी-सी कविता मन मोह गई प्रिय मनीषा जी।
    शब्द-शब्द में झलकता निश्छल स्नेह।
    मन तृप्त हो गया पढ़ कर।
    सादर स्नेह

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  10. भाई बहन के निश्चल प्यार को दर्शाती बहुत ही प्यारी रचना,मनीषा। हर लाइन जैसे भाई के प्यार में पिरोई सी प्रतीत होती है। बहुत सुंदर।

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    1. इतनी प्यारी प्रतिक्रिया के लिए सहृदय धन्यवाद प्रिय दी 🙏

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  11. बहुत अच्छी कविता ।बेटी दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं

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    1. बेटी दिवस की शुभकामनाओं के.....😊दिल की गहराइयों से धन्यवाद आदरणीय सर🙏

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  12. प्रिय मनीषा बहुत ही प्यारी और दिल को छूने वाली कविता लिखी, मेरे भी छोटे भाई हैं बहुत प्यारा रिश्ता है । बिल्कुल अपने जैसी कविता लिखी तुमने, तुम्हे मेरा स्नेह और आशीष, तुम्हारे भाई के तरफ से मेरी ये पंक्तियां 😀😀
    बड़ी बहन का प्यार सदा ही होता जननी जैसे ।
    लाड़ दिखाती और डांटती बूढ़ी दादी वैसे ।।
    कभी कभी बच्ची बन जाती, कभी कभी वो अम्मा ।
    साथ में गाती साथ नाचती, बांधे घुंघुरू छम्मा ।।
    बात बात पे ऐसे लड़ती, जैसे है सेनानी ।
    समझाती वो हमें हमेशा, बनके मेरी नानी ।।
    पर जाने क्यों मुझे हमेशा, सबसे प्यारी लगती ।
    कितने भी हों दोस्त, पर अच्छी उसकी यारी लगती ।।
    तुम्हें मेरी हार्दिक शुभकामनाएं प्रिय मनीषा 🌹❤️

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    1. आपने इतने खूबसूरत शब्दों में बहन के प्यार को बयां किया है पर मेरे भाई को शब्दों से खेलना यानि शायरी, कविता आदि बिल्कुल भी लिखनी नहीं आती है वो तो जन्मदिन की बधाई भी लगभग सौ बार हैप्पी बर्थडे लिख कर देता है लेकिन कहीं से नकल करके कुछ नहीं लिखता! यही बात उसे सबसे अलग बनाती है! पिछले साल उसने मेरा जन्मदिन लगभग दो सौ से अधिक बार हैप्पी बर्थडे लिख शुभकामनाएँ दी थी 😊😊
      इतने सुंदर अलफ़ाज़ में मेरे भाई की तरफ से पंक्तियाँ लिखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय मैम!वो ऐसा ही सोचता है बस बयां नही कर पाता है😊🙏

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    2. बहुत बढ़िया प्रिय जिज्ञासा। बड़ी बहन ऐसी ही होती हैं। मनीषा जैसी बुद्धिमान बहन अनुराग के लिए ईश्वर का सबसे सुंदर उपहार है।

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  13. बढ़िया अभिव्यक्ति

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  14. भाई बहन का यह मासूम सा प्यार, बहुत ख़ास सा रिश्ता सदैव खूब फले फूले ! बहुत ही खूबसूरत रचना ! मन मुग्ध कर गयी !

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  15. बहुत सुंदर आपकी रचना पढ़ आंखों में पानी भर आया मुझे अपने भाई की याद आ गई korona ne उसे निगल लिया

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    1. ओह...😒
      आपका दर्द समझ सकती हूँ मेरे नाना जी का भी देहांत कोरोना से हो गया! बहुत तकलीफ होती है किसी अपने को खोना पर!

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  16. भाई बहन का स्नेह और नोंक-झोंक यूं ही चलती रहती है । आपका स्नेह ताउम्र बना रहे । बहुत सुन्दर सृजन ।

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  17. अच्छी कविता।हार्दिक शुभकामनाएं

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  18. प्रिय मनीषा, सबने इस विषय पर इतना ज्यादा और अच्छा लिखा कि मेरे पास कहने के लिए ज्यादा नहीं है। भाई, भाई बाद में, एक सखा पहले होता है। जीवन में सखा तुल्य भाई जैसा रिश्ता जिसके पास हो वह मालामाल है। भावपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए हार्दिक शुभकामनाए।

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    1. सच में भाई बहन के रिश्ते के मामले में बहुत ही अमीर हूँ! बस ऐसे ही बना रहें ये रिश्ता किसी भी वजह से न टूटे और छल व कपट न आये कभी भी!
      सहृदय धन्यवाद प्रिय मैम मेरी इस खास रचना पर अपनी प्यारी सी प्रतिक्रिया देने के लिए 🙏

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    2. वैसे तो जिंदगी में हर रिश्ता बेहद खास और अनमोल होता है, लेकिन भाई का रिश्ता एक ऐसा होता है जिसमें ढेर सार प्यार, दुलार और कुछ खट्ठी-मीठी नोंकझोक छिपी रहती है।

      बड़ा भाई एक पिता की तरह साया बनकर अपने छोटे भाई-बहनों की रक्षा करता है और उसकी सारी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करता है, तो छोटा भाई एवं बहन अक्सर अपने बड़े भाई को खुश रखने की कोशिश में लगे रहते हैं, इस तरह यह प्यार भरा रिश्ता सबसे सबसे अलगसा होता है।

      वहीं जिंदगी में सुख-दुख की घड़ी एवं मुसीबत में हमेशा भाई काम में आता है

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    3. मुझ पर आती कोई मुसीबत मेरा भाई सम्भाल लेता हैं |
      पीछे हटने का कभी नाम नही लेता हैं ,
      खुश रहे हम और परिवार हमारा
      इसी सोच के साथ वो हर काम को अंजाम देता हैं

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